मशरूम उत्पादन एक बहुत ही लाभदायक उपक्रम है तथा किसानों व बेरोजगार युवकों द्वारा आसानी से इसे अतिरिक्त आय बढ़ाने के स्रोत के रूप में अपनाया जा सकता है। मशरूम अन्दर उगाई जाने वाली फसल है अतः इसके लिए किसी कृषि योग्य भूमि की आवश्यकताा नहीं पड़ती। ईमारत व बुनियादी सुविधाओं के लिए जैसे पोषाधार (सब्सट्रेट) तैयार करने के लिए, फसल तैयार करने के लिए, पश्च फसल हैंडलिंग इत्यादि के लिए गैर कृषि भूमि की आवश्यकता पड़ती है। मशरूम की खेती मौसम पर आधारित होती है तथा मौसम को नियंत्रित फसल घरों में की जाती है जिसके लिए बुनियादी ढांचे की जरूरत पड़ती है। आधारभूत ढांचा व मशीनरी की जरूरत विभिन्न मशरूम उत्पादन के चयन के अनुसार बदलती रहती है। मशरूम इकाई लगाने के लिए निम्नलिखित बिन्दुओं को मध्यनजर रखना बहुत आवश्यक है।
चुनी गई जगह नगरपालिका क्षेत्र से बाहर हो व भविष्य में विस्तार को मध्यनजर रखते हुए पर्याप्त मात्रा में उद्यमी द्वारा जमीन खरीदी जाए ताकि भविष्य में कोई असुविधा न हो। चयनित जगह सड़क से जुड़ी हुई हो अथवा सड़क के समीप हो ताकि कच्चे माल/तैयार उत्पाद को बाजार तक ले जाने में आने वाली परिवहन लागत को कम किया जा सके। चयनित जगह पर पानी की उपलब्धता बहुतायत में वर्ष भर स्थाई हो। कच्चा सामान जैसे कि तुड़ी, मुर्गी की खाद आसानी से उपलब्ध हो व चुनी गई जगह उस क्षेत्र में सस्ती हो। सस्ते मजदूर बहुतायत में उपलब्ध हो। चुनी गई जगह पर बिजली बिना किसी रूकावट के उपलब्ध हो। चुनी गई जगह बाजार के निकट हो ताकि तैयार उत्पाद को आसानी से ले जाया जा सके।