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सोलन - भारत का खुम्ब शहर
खुम्ब अनुसंधान निदेशालय हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार के रूप में लोकप्रिय है। सोलन मौसमी सब्जी अपने सांस्कृतिक वैभव उत्कृष्ट पिकनिक स्पॉट तथा कई पुराने मंदिरों के लिए काफी प्रसिध है। औधोगिकृत होने के साथ-साथ सोलन मशरूम उत्पादन  व भारत का खुम्ब शहर लिए काफी प्रसिध है। सोलन शहर के योगदान तथा खुम्ब अनुसंधान निदेशालय के खुम्ब अनुसंधान उत्पादन विकास व खुम्ब के प्रति जारूकता पैदा करने के लिए किए गए प्रयासों के कारण ही 10 सितम्बर 1997 को भारतीय खुम्ब सम्मलेन में जिसे संयुक्त रूप से खुम्ब अनुसंधान निदेशालय व मशरूम सोसायटी ऑफ़  इंडिया द्वारा आयोजित किया गया था माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश द्वारा सोलन को भारत का खुम्ब शहर घोषित किया था।

खुम्ब अनुसंधान निदेशालय की ऐतिहासिक रूपरेखा

राष्ट्रीय खुम्ब अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र रा खु अनु एवं प्रशिक्षण  के सोलन में छठी पंचवर्षीय योजना के दौरान 1983 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद भा.कृ.अनु.प. के तत्वधान में (जिसका नाम बाद में बदल कर राष्ट्रीय खुम्ब अनुसंधान केन्द्र रखा गया अखिल भारतीय खुम्ब सुधार परियोजना जो कि छः राज्यों की विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों में तथा जिसका मुख्यालय सोलन में रखा गया  अस्तित्व में आया। केन्द्र का विधिवत उद्घाटन 21 जून 1987 को डा. गुरदयाल सिंह ढिल्लों उस समय के केन्द्रीय कृषि मंत्री व अध्यक्ष भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा किया गया। इसको उच्चीकरणोंपरांत खुम्ब अनुसंधान निदेशालय दिनांक 26 दिसम्बर 2008 को किया गया। इसकी स्थापना का मुख्य उदेश्य  खुम्ब के हर पहलू पर अनुसंधान करना व प्रशिक्षणार्थियों तथा उत्पादकों को प्रषिक्षण प्रदान करना था।  वर्तमान में अखिल भारतीय खुम्ब अनुसंधान समन्वयन परियोजना  के 14 समन्वित व 2 सहकारिता केन्द्र देश के 15 राज्यों में अपने क्षेत्रों में सर्वे नई खुम्ब किस्मों को एकत्रित करना अनुसंधान करना व खुम्ब की यथा काल व्यवस्था करना व उनकी प्रजातियों को देश की विभिन्न जलवायु के अनुसार निरीक्षण करना और खुम्ब अनुसंधान निदेशालय में विकसित तकनीक का परीक्षण करना इसके ध्येय हैं। 

अपने अस्तित्व के 29 वर्षों के अतीत में निदेशालय ने देश  में मशरूम अनुसंधान व  विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। निदेशालय के वैज्ञानिकों के ठोस प्रयासों द्वारा मशरूम उत्पादकता देश में लगभग दौगुनी हुई है और उत्पादन में छः गुना वृधी दर्ज की गई है। वर्तमान में निदेशालय खुम्ब का संग्रह पहचान के लक्षण संरक्षण और अनुवंशिक मशरूम जर्मप्लाजम उच्च उत्पादकता किस्मों का विकास विभिन्न खाद्य मशरूमों की उत्पादन तकनीकों में सुधार  नई स्पेस्लटी मशरूम की उच्च प्रौद्योगिकी का विकास एकीकृत कीट और रोग प्रबंधन विभिन्न खुम्ब के पश्च फसल तकनीकियों व प्रशिक्षणार्थियों उद्यमियों उत्पादकों बेरोजगार युवाओं व  महिलाओं के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्य कर रहा है।


 

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 हिन्दी रूपान्तरण द्वाराः श्री दीप कुमार ठाकुर